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बाल दिवस: बच्चों की खुशियों और स्वास्थ्य का दिन मनाएं आर्यधेनु शुद्ध देसी उत्पादों के साथ

बाल दिवस, बच्चों की मासूमियत, उनके विकास और उनके अधिकारों का सम्मान करने का दिन है। हर साल भारत में इस दिन को बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है,बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके स्वस्थ विकास के लिए सही देखभाल और शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज हम बाल दिवस का महत्व समझेंगे और जानेंगे कि कैसे के शुद्ध और प्राकृतिक उत्पादों से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। बच्चों के लिए सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प चुनना, खासकर उनके खान-पान में, एक समझदार निर्णय है। इसलिए, आइए बाल दिवस पर बच्चों के प्रति अपने प्यार का इज़हार आर्यधेनु के उत्पादों के माध्यम से करें। बाल दिवस केवल एक दिन नहीं है; यह बच्चों के प्रति हमारे दायित्व और उनके प्रति हमारे प्रेम को दर्शाता है।  बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए सुझाव बच्चों का मानसिक और भावनात्मक विकास उनके शारीरिक विकास जितना ही महत्वपूर्ण है। बाल दिवस पर बच्चों के साथ समय बिताना और उनकी भावनाओं को समझना उनके मानसिक विकास को बढ़ावा देता है। संवाद करें: बच्चों के साथ उनकी समस्याओं और उनके विचारों को समझें। प्रेरणा दें: उनके ...

विश्व निमोनिया दिवस पर निमोनिया से बचने के घरेलू उपाय: शुद्ध देसी सरसों तेल और गुड़ के लाभ

निमोनिया एक संक्रमण है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है और सर्दियों में इसका खतरा बढ़ जाता है। ठंडी हवा, बदलता मौसम और कमजोर इम्यून सिस्टम निमोनिया का कारण बन सकते हैं। इस लेख में हम निमोनिया से बचाव के घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे, जिनमें शुद्ध देसी सरसों का तेल और गुड़ की अहम भूमिका है। यह प्राकृतिक उपचार न केवल निमोनिया को रोकने में मदद करते हैं, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाते हैं। निमोनिया क्या है और इसके कारण? निमोनिया में शरीर को ऑक्सीजन की कमी होती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है। निमोनिया के मुख्य कारणों में बैक्टीरिया, वायरस, और फंगल इंफेक्शन शामिल हैं। खासकर छोटे बच्चे, बुजुर्ग और इम्यून सिस्टम कमजोर वाले लोगों में इसका खतरा अधिक रहता है। निमोनिया के लक्षण: बुखार सीने में दर्द खांसी और बलगम सांस लेने में कठिनाई थकान और कमजोरी ठंड लगना और पसीना आना निमोनिया से बचाव के घरेलू उपाय तुलसी का काढ़ा तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। 5-6 तुलसी की पत्तियां लेकर एक कप पानी में उबालें और इसे काढ़े के रूप में सेवन करें। यह श्वसन तंत्र क...

माँ और शिशु की सेहत का रखे ख्याल - आर्यधेनु शुद्ध देसी घी के साथ

  गर्भावस्था हर महिला के जीवन का एक अनमोल और अद्भुत समय होता है। इस दौरान गर्भवती माँ के खानपान और देखभाल का सीधा असर शिशु की सेहत पर पड़ता है। इसलिए, इस समय माँ के पोषण का खास ख्याल रखा जाना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान आयुर्वेद और प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति में शुद्ध देसी घी को एक महत्वपूर्ण पोषण स्रोत माना गया है। शुद्ध देसी घी इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, माँ और शिशु दोनों की सेहत को मजबूती देने का काम करता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे आर्यधेनु का शुद्ध देसी घी माँ और शिशु की सेहत के लिए लाभकारी है। साथ ही, जानेंगे इसके सेवन के फायदे और इसे किस तरह से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। शुद्ध देसी घी का परिचय शुद्ध देसी घी, जिसे प्राचीनकाल से ही भारतीय आहार का हिस्सा माना गया है, न सिर्फ स्वाद में अद्वितीय होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। घी के अंदर आवश्यक फैटी एसिड्स, विटामिन ए, डी, ई, और के2 जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो माँ और शिशु की सेहत को मजबूती देते हैं। आर्यधेनु शुद्ध देसी घी को विशेषतौर पर बिलोना विधि से तैयार किया जाता है, जिससे घी में मौज...